Doc. No: | KKM/GWI/02 | KK METALS PRIVATE LIMITED | |||||||
Rev. No.: | 05 | Rev.Dt: | 06-04 2015 | Work Instruction for Incoming Raw Material Storage | आने वाले राॅ मैटीरियल रखने के लिए कार्य निर्देश |
- राॅ मैटीरियल फैक्टरी के अन्दर आने पर राॅ मैटीरियल स्टोर लैब को MRN के द्धारा सूचना दे, और उसकी जाँच करवाए।
- राॅ मैटीरियल का पुरा विवरण अपने स्टाॅक रजिस्टर मे लिखे।
- राॅ मैटीरियल की जाँच पूरी होने तक पीलर पर परची (F-STR-15) लगायें और परची पर पीले कलर का (Under Inspection) स्टिक्कर लगायें।
- जाँच OK होने के बाद राॅ मैटीरियल के पीलर पर परची लगायें और परची (F-STR-15) पर हरे कलर का OK स्टिक्कर लगायें।
- यदि मैटीरियल जाँच में रिजेक्ट पाया जाता है तो मैटीरियल विभाग को सुचित करें और उसकी पर्ची पर लाल स्टिक्कर लगाकर रिजेक्ट रैक में रखे।
- पहले आने वाले राॅ मैटीरियल पहले इस्तेमाल करें बाद मे आने वाले राॅ मैटीरियल बाद में इस्तेमाल करें उसे उपर रखें। जिससे स्टाॅक यार्ड में FIFO (पहले आए पहले जाए) बना रहे।
- एक ग्रेड के राॅ मैटीरियल में दुसरा ग्रेड मिलाकर न रखे।
- प्रोडक्शन की जरूरत के मुताबिक इशयु स्लिप के द्वारा कटिंग विभाग को राॅ मैटीरियल दे और अपने स्टाॅक रजिस्टर में उसका विवरण लिखे।
- समान डाया (व्यास) वाले परन्तु अलग ग्रेड के, मटेरिअल को अलग अलग रेको मे रखना है ,जिनमे कम से कम एक रेक की दुरी हो, जिससे मटेरिअल की मिलने की संभावना न रहे |
- समान दिखने वाले बिलेट, जिनकी ग्रेड अलग अलग हो, उनकी जालिया दूर दूर रखी जाये, उनके बीच कम से कम दो जालियों की दूरी हो, जिससे उनके मिलने की संभावना न रहे, टैग अवश्य लगा होना चाहिये व पैंट भी लगा होना चाहिये |
- यदि मटेरियल अपने द्वारा ख़रीदा हुआ है तो उसका इंस्पेक्शन होने के बाद उसके दोनों बार एंड पर अपना कलर कोड जरूर लगाये |(As Per Display board-KKM/VDB-03)
- कटिंग करने के बाद Cut Billet पर KKM/VDB-03 के अनुसार कलर कोड लगाए |